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Monday, August 4, 2025

अमीर बनने का 'गोल्डन रूल'! उम्र के हिसाब से कितना पैसा बचाया? जानें 20 से 60 तक आप 'कितने पानी में हैं', ये रही पूरी गाइडलाइन

 अमीर बनने का 'गोल्डन रूल'! उम्र के हिसाब से कितना पैसा बचाया? जानें 20 से 60 तक आप 'कितने पानी में हैं', ये रही पूरी गाइडलाइन



हर उम्र में सेविंग्स की जरूरत और तरीका अलग होता है. 20 से 60 की उम्र तक की फाइनेंशियल प्लानिंग के लिए दशक-दर-दशक गाइड अपनाएं और भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित बनाएं. यही है स्मार्ट मनी मैनेजमेंट का फॉर्मूला.

एक बात तो सच है कि टाइम के साथ हम सभी की आमदनी भले ही बढ़ती या घटती रहे, लेकिन सेविंग्स की आदत कभी नहीं छूटनी चाहिए. तो हर उम्र में फाइनेंशियल जरूरतें और जिम्मेदारियां बदलती हैं, इसलिए सेविंग्स का तरीका भी उसी के अनुसार होना चाहिए. लेकिन खास दशक-दर-दशक गाइड के जरिए आप जान सकते हैं कि 20 की उम्र से लेकर 60 की उम्र तक किस तरह से सेविंग्स और इन्वेस्टमेंट करना चाहिए.तो अगर आप इसे सही तरीके से अपनाते हैं, तभी फ्यूचर में आर्थिक रूप से मजबूत बन सकते हैं.

20 की उम्र में: छोटी शुरुआत, लेकिन तुरंत शुरुआत करें

वैसे बचत की शुरुआत जितनी जल्दी हो, उतना बेहतर होता है. निवेश की रकम भले ही छोटी हो, लेकिन आदत ये बड़ी होती है. जी हां अगर आप सिर्फ ₹500 महीने की SIP से भी शुरुआत करते हैं, तो कंपाउंडिंग का जादू आपको फ्यूचर में करोड़ों का फंड दे सकता है.इसलिए सबसे जरूरी है कि अब से ही बचत और निवेश की आदत बना ली जाए – यही आपके फाइनेंशियल फाउंडेशन की पहली ईंट है.

30 की उम्र तक: सालाना सैलरी के बराबर सेविंग का लक्ष्य बनाएं

30 की उम्र तक आपकी फाइनेंशियल प्लानिंग थोड़ा मजबूत हो जानी चाहिए. तो ऐसे में आप कोशिश करें कि आपकी कुल सेविंग कम से कम आपकी सालाना सैलरी के बराबर होना चाहिए. इसके लिए EPF (कर्मचारी भविष्य निधि), PPF (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) और म्यूचुअल फंड SIP जैसे भरोसेमंद इन्वेस्टमेंट ऑप्शन का सहारा लें. यह टारगेट आपकी फाइनेंशियल सुरक्षा को मजबूत आधार देगा और फ्यूचर की बड़ी जरूरतों के लिए तैयार रखेगा.

40 की उम्र में: कमाई का 25–30% बचाना बनाएं आदत

वैसे 40 की उम्र आमतौर पर जीवन की सबसे अधिक कमाई वाली उम्र होती है, इसलिए इस समय सभी का सेविंग्स पर खास रूप से फोकस जरूरी है.तो कोशिश करें कि अपनी आय का कम से कम 25–30% बचाएं. अब आपको बच्चों की उच्च शिक्षा, रिटायरमेंट प्लानिंग और हेल्थ इमरजेंसी जैसे खर्चों के लिए सुनियोजित इन्वेस्टमेंट करना चाहिए. इसके साथ ही अगर कोई लोन है, तो उसे समय रहते खत्म करना जरूरी है, ताकि फ्यूचर में फाइमेंशियल टेंशन से बचा जा सके.

50 की उम्र तक: बनाएं 4 से 6 गुना सैलरी का मजबूत फंड

50 की उम्र तक आते-आते आपको हम सभी को अपने रिटायरमेंट फंड की स्थिति का गंभीरता से कैलकुलेशन करना चाहिए. इस समय टारगेट साफ होना चाहिए कि आपने अपनी सालाना सैलरी के कम से कम 4 से 6 गुना तक की बचत कर ली हो. क्योंकि इस इज रिटायरमेंट ज्यादा दूर नहीं होता है, इसलिए फाइनेंशियल प्लानिंग में क्लियरनेस जरूरी है.इसके साथ ही, अगर कोई कर्ज या किसी भी तरह की और देनदारी हैं, तो उन्हें जल्द से जल्द निपटाने की कोशिश करें ताकि रिटायरमेंट के बाद वित्तीय बोझ ना रहे.

60 की उम्र में: सुरक्षित और नियमित आय की प्लानिंग करें

60 की उम्र में आपकी प्राथमिकता पूंजी की सुरक्षा और एक स्थिर मासिक इनकम होनी चाहिए.तो इसलिए अब इस समय में रिस्क वाले निवेशों से हटकर सुरक्षित ऑप्शन जैसे सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (SCSS), एन्युटी प्लान या सिस्टमैटिक विदड्रॉल प्लान (SWP) को अपनाना बेहतर होता है. इनसे आपको नियमित इनकम मिलती रहेगी.इसके साथ ही, इस उम्र में बढ़ते मेडिकल खर्चों को ध्यान में रखते हुए एक मजबूत स्वास्थ्य बीमा होना बेहद ज़रूरी है, ताकि आप बिना चिंता के रिटायरमेंट का आनंद ले सकें.

इन बातों पर दें ध्यान

तो अगर आप हर दशक में थोड़ी सी समझदारी और अनुशासन से काम लें, तो ना केवल आप अपनी जिंदगी के बड़े टारगेट को आसानी से पूरा कर सकते हैं, बल्कि रिटायरमेंट के बाद भी बिना किसी फाइनेंशियल बोझ के स्वतंत्र और सुकूनभरा जीवन जी सकते हैं. तो सही समय पर की गई छोटी-छोटी वित्तीय तैयारियां आगे चलकर बड़ा फर्क ला सकती हैं.(नोट-खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है, फ्यूचर की प्लानिंग करने से पहले किसी जानकार से सलाह लें)

FAQ

1️⃣ Q: 20 की उम्र में सेविंग्स की क्या रणनीति होनी चाहिए?

A: 20 की उम्र में कम से कम 20% इनकम सेविंग्स और SIP जैसे लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट पर फोकस करना चाहिए.

2️⃣ Q: क्या हर उम्र में सेविंग्स का तरीका अलग होना चाहिए?

A: हां, उम्र के साथ ज़रूरतें बदलती हैं, इसलिए सेविंग्स और इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी भी उसी अनुसार होनी चाहिए.

3️⃣ Q: 30 की उम्र में किन चीजों में निवेश करना चाहिए?

A: 30 की उम्र में गोल्ड, म्यूचुअल फंड्स, टर्म इंश्योरेंस और इमरजेंसी फंड तैयार करना जरूरी होता है.

4️⃣ Q: 40 की उम्र में सेविंग्स और इन्वेस्टमेंट का फोकस क्या होना चाहिए?

A: इस उम्र में रिटायरमेंट प्लानिंग, चाइल्ड एजुकेशन और हेल्थ इंश्योरेंस पर विशेष ध्यान देना चाहिए.

5️⃣ Q: 60 साल की उम्र तक आर्थिक रूप से मजबूत कैसे बनें?

A: दशक-दर-दशक सेविंग्स गाइड को अपनाकर और लगातार निवेश करते हुए, 60 की उम्र तक मजबूत फाइनेंशियल बेस बनाया जा सकता है.

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Friday, August 1, 2025

TDS New Rules : FD करने वालों की हुई बल्ले- बल्ले,TDS के नियमों में हुआ बड़ा बदलाव, 1 अगस्त से होगा लागू

 TDS New Rules : FD करने वालों की हुई बल्ले- बल्ले,TDS के नियमों में हुआ बड़ा बदलाव, 1 अगस्त से होगा लागू


TDS New Rules : जैसा कि आप सभी लोगों को पता ही होगा कि 1 फरवरी 2025 को केंद्रीय बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सदन में पेश किया गया था। वहीं केंद्रीय बजट 2025 में सरकार ने टैक्स से जुड़े कई बदलाव का ऐलान भी किए थे। वहीं इसी कड़ी में टैक्स डिडक्टेड एक्ट सोर्स के नियमों में कुछ बदलाव किया गया है। वही यह बदलाव 1 अगस्त 2025 में लागू किया जाएगा। वही इस बदलाव के बाद फिक्स डिपाजिट करने वाले निवेशकों को बहुत ही बाद राहत मिलने का संभावना है।

आप सभी को बता दे की टीडीएस कोर्स पर काटे जाने वाली टैक्स होते हैं। जब बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाली ब्याज एक निश्चित लिमिट से अधिक हो जाती है तो बैंक को टीडीएस काटने होते है और नॉन सीनियर सिटीजन के लिए अलग-अलग होते हैं। बता दे कि बजट में इन लिमिट्स को तर्कसंगत बनाने का प्रस्ताव भी किए गए थे। ताकि बार-बार आने आवश्यक टीडीएस कटौती का सामना न करना पड़े आईए और जानते हैं। नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से।

TDS New Rules : सीनियर सिटीजन के लिए नई टीडीएस लिमिट हुआ लागू

सीनियर सिटीजन को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार ने इंटरेस्ट इनकम पर टीडीएस थ्रेसहोल्ड को दुगने कर दिए हैं। वही 1 अगस्त 2025 से बैंकों द्वारा टीडीएस केवल तभी काटे जाएंगे। जब टोटल इंटरेस्ट इनकम एक वित्तीय वर्ष में ₹100000 से अधिक होंगे।

वहीं इसका मतलब यह हुआ कि अगर किसी सीनियर सिटीजन की टोटल इंटरेस्ट इनकम इस लिमिट के भीतर रहते हैं तो कोई टीडीएस नहीं काटे जाएंगे। वही हम फिक्स डिपाजिट, रिकरिंग डिपॉजिट और दूसरे सेविंग्स इंस्ट्रीमेंट्स से कमाए गए ब्याज पर लागू होते है।

TDS New Rules : सामान्य नागरिकों के लिए नई टीडीएस लिमिट हुआ लागू

बता दे की सामान्य नागरिकों के लिए इंश्योरेंस इनकम पर टीडीएस की लिमिट ₹40000 से बढ़कर ₹50000 कर दिए गए हैं। वहीं अगर टोटल इंटरेस्ट इनकम ₹50000 के भीतर रहते है तो कोई टीडीएस नहीं काटे जाएंगे। वही यह बदलाव उन व्यक्तियों पर टैक्स का बोझ कम करने के मकसद से किए गए हैं।

जो फिक्स्ड डिपॉजिट के ब्याज से कमाई पर निर्भर रहते है। आईए और जानते हैं नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से।

सरकार ने लॉटरी से जुड़ी टीडीएस नियमों को बना दिए सरल

बता दे की सरकार में लॉटरी से जुड़े टीडीएस नियमों को सरल बना दिए हैं। वही पहले एक साल में टोटल जीत₹10000 से अधिक होने पर टीडीएस काटे जाते थे। वहीं अब टीडीएस केवल तभी काटे जाएंगे। जब एक ट्रांजेक्शन ₹10000 से अधिक होंगे। आईए और जानते हैं नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से

इंश्योरेंस कमिशन

बता दे की  इंस्योरें, एजेंट और ब्रोकरों को अब हायर टीडीएस थ्रेसहोल्ड का फायदा मिलेंगे। वही इंश्योरेंस कमिशन पर टीडीएस की लिमिट को ₹15000 से बढ़कर ₹20000 कर दिए गए हैं। आईए और जानते हैं नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से।

म्युचुअल फंड्स और शेयर

आप सभी को बताने की म्युचुअल फंड्स और शेयर में निवेश करने वाले निवेशकों को अब हायर एग्जेम्पशन लिमिट का फायदा मिलेंगे। वही डिविडेंड इनकम पर टीडीएस की थ्रेसहोल्ड को ₹5000 से बढ़कर ₹10000 कर दिए गए हैं।


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Tuesday, July 8, 2025

Mutual Fund SIP: ₹5,000 महीने की SIP से 10 साल में कितना रिटर्न मिलेगा? कैलकुलेशन देखे यहां

 Mutual Fund SIP: ₹5,000 महीने की SIP से 10 साल में कितना रिटर्न मिलेगा? कैलकुलेशन देखे यहां



Mutual Fund SIP: अगर आप भी सोच रहे हैं कम पैसे निवेश करके ज्यादा रिटर्न कैसे पाएं? तो अब आपको सोचने की बिलकुल जरुरत नहीं है। क्योंकि, आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको एक कैलकुलेशन बताने जा रहे हैं। जिसमें अगर आप हर महीने सिर्फ 5 हजार रुपए निवेश करते हैं, तो आपको 10 साल में कितना रिटर्न मिलता है। लेकिन यह कैलकुलेशन उनके लिए मायने रखता है, जो लंबे समय तक निवेश (Investment) करना चाहता है और मैच्योरिटी पर बंपर रिटर्न हासिल करना चाहते है।

म्युचुअल फंड (Mutual Fund) एसआईपी में जब आप निवेश करना शुरू कर देते हैं, तो आपको जमा राशि पर बैंक एफडी (Bank FD) से दोगुना ब्याज मिलता हैं। तो आप देख सकते हैं कि इसमें निवेश करने पर कितना बड़ा लाभ मिलता है। लेकिन कई लोगों के मन में यह सवाल आता है कि, अगर इसमें पैसे जमा करते जाएंगे तो क्या हमारे पैसे डूब जाएंगे। हालांकि, दोस्तों ऐसा नहीं होता है। अगर मार्केट में अचानक से गिरावट आ रही है, तो ऐसी स्थिति में आप एसआईपी भी को तुरंत बंद कर सकते हैं। जिससे कि, आपको नुकसान नहीं होता हैं।

म्युचुअल फंड एसआईपी क्या हैं?

बहुत लोगों को अभी तक एसआईपी क्या होती है यह ठीक से मालूम नहीं है। तो देखिए म्युचुअल फंड एसआईपी का मतलब सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) होता है। जिसके माध्यम से आप हर महीने निश्चित राशि जमा कर सकते हैं। यहां पर आपको जमा राशि पर 12 प्रतिशत से लेकर 15 फ़ीसदी तक ब्याज दे दिया जाता है। जबकि, आने वाले इस 10 सालों में यह ब्याज 3 से 4 प्रतिशत से और भी बढ़ सकता है

मतलब कि अगर आप आज से ही निवेश (Invest) करना शुरू कर देते हैं, तो आपको आगे जाकर 18 से 19 प्रतिशत तक ब्याज मिल सकता है। यानी कि, आपको मैच्योरिटी पर पैसा (Money) ही पैसा मिलेगा। इसकी खासियत यही है कि आप जितने अधिक लंबे समय तक निवेश करेंगे, उतना ही तगड़ा रिटर्न (Return) आपके यहां पर मिल जाता हैं।

एसआईपी में निवेश करने के बाद मिलेंगे ये फायदे
आप लोग म्युचुअल फंड की एसआईपी में मात्र 500 रुपए से निवेश करना शुरू कर सकते हैं। जबकि, ज्यादा से ज्यादा आपकी जितनी मर्जी हो उतना पैसा यहां पर निवेश कर सकते हैं। लम्बे समय के लिए निवेश पर आपको चक्रवृद्धि ब्याज का भी लाभ मिल जाता। 

₹5000 की एसआईपी करने पर 10 सालों में कितना मिलेगा?

सबसे पहले आपको इस कैलकुलेशन को बारीकी से समझना होगा। तो देखिए यदि आप हर महीने 5 हजार रुपए की एसआईपी 10 सालों के लिए करते हैं, तो आपको इन 10 सालों के अंदर 6 लाख रुपए तक का निवेश करना होता है।

अब इस पर आपको 12 फ़ीसदी ब्याज मिलता। यानी इस हिसाब से जमा राशि पर आपको अनुमानित 7 लाख 15 हजार 91 रुपए का सिर्फ ब्याज ही मिलेगा। जबकि, टोटल अमाउंट (Total Amount) 13 लाख 15 हजार 91 रुपए मिलती हैं।


*म्युचुअल फंड निवेश बाजार जोखिम के अधीन है कृप्या डॉक्यूमेंट ध्यान से पढ़ें



शौक भी रहेंगे जिंदा और जेब भी रहेगी भरी! बिना Lifestyle घटाए पैसे बचाने के 5 'जादुई' तरीके, तीसरा वाला आज से ही शुरू करें

 शौक भी रहेंगे जिंदा और जेब भी रहेगी भरी! बिना Lifestyle घटाए पैसे बचाने के 5 'जादुई' तरीके, तीसरा वाला आज से ही शुरू करें


अगर आप लाइफस्टाइल की जरूरों की सही से प्लानिंग करेंगे तो पैसे भी बचेंगें और शौक भी पूरे हो सकेंगे.5 स्मार्ट तरीके आपको सिखाते हैं कि कैसे अपनी मेहनत की कमाई को अपनी खुशियों और अपने भविष्य, दोनों के लिए समझदारी से इस्तेमाल किया जाए.

वीकेंड पर दोस्तों के साथ पार्टी, महीने में एक बार बढ़िया रेस्टोरेंट में डिनर, लेटेस्ट वेब सीरीज का सब्सक्रिप्शन और साल में एक वेकेशन ट्रिप... असल में आज की लाइफस्टाइल आम तौर पर लोगों की ही कुछ ऐसी ही है. लेकिन इस चकाचौंध भरी लाइफ के बीच एक सवाल मन में हमेशा खटकता है - "बचत कैसे करें?". होता ये है की ज्यादातर लोगों को लगता है कि पैसे बचाने का मतलब है अपने सारे शौक और खुशियों को खुद से दूर कर देना, तो बता दें की ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. 
जी हां पैसे को बचाने की बस स्मार्ट प्लानिंग हर किसी को करना चाहिये. तो आज हम आपको पैसे बचाने के वो 5 स्मार्ट और प्रैक्टिकल तरीके बताने जा रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके आपको अपनी लाइफस्टाइल से कोई समझौता नहीं करना पड़ेगा, और महीने के आखिर में आपकी जेब में मोटा पैसा भी बचा रहेगा.

बचत का नया फंडा: आप जियो शान से, बचाओ स्मार्टनेस से!

1. 30 दिन का 'इंतजार' वाला नियम (The 30-Day Rule)
अक्सर ऑनलाइन सेल में कोई महंगा फोन या शानदार जूते दिखे और तुरंत खरीदने का मन कर जाता है तो यहाँ रुकिए और वो भी बस 30 दिन रुक जाइए. इस नियम के अनुसार, कोई भी गैर-जरूरी चीज खरीदने से पहले 30 दिन इंतजार करना चाहिए. कई बार ऐसा होता है कि 30 दिन बाद आपको वह चीज उतनी जरूरी नहीं लगेगी और आपका पैसा बच जाएगा. यह impulsiveness (बिना सोचे-समझे खरीदारी) को रोकने का सबसे बड़ा हथियार है.

2. बजट नहीं, 'एंटी-बजट' बनाएं (The Anti-Budget Method)
बजट बनाना और उसे फॉलो करना लोगों को झंझट वाला लगता है? तो आप'एंटी-बजट' ट्राई करें. आप महीने की शुरुआत में ही अपनी कमाई का 10% या 20% हिस्सा (जितना आप बचाना चाहते हैं) सीधे एक किसी सेविंग अकाउंट या SIP में आदि में डाल दें.इसके बाद जो पैसा बचा, उसे आप अपनी मर्जी से जैसा चाहें खर्च करें. इस तरह से आपकी बचत भी हो जाएगी और आपको हर छोटे-मोटे खर्च का हिसाब रखने की टेंशन भी नहीं रहने वाली.

3. 'एक महंगा, बाकी सब सस्ता' का नियम (The 'One-Splurge' Rule)
अपने शौक को खुद से दूर किए बिना एक स्मार्ट तरीका है कि आप किसी एक चीज पर खुलकर खर्च करें जो आपको सबसे ज्यादा खुशी देती है. जैसे, अगर आपको घूमना पसंद है, तो वेकेशन पर दिल खोलकर खर्च करें, लेकिन फिर बाकी की चीजों से अपने हाथ खींच लेने होंगे. इससे ये भी नहीं लगेगा कि आप कॉम्प्रोमाइज कर रहे हैं और आपके पैसे की सेविंग्स भी हो सकती है.

4. सब्सक्रिप्शन का 'जाल' साफ करें (Declutter Your Subscriptions)


ऑनलाइन मूवी सीरीज देखने के लिए हर महीने सब्सक्रिप्शन से भी पैसा कटता है.ऐसे में एक दिन बैठकर अपनी बैंक स्टेटमेंट चेक करें जो जरूरी नहीं हों उन सब्सक्रिप्शन को तुरंत कैंसिल करें. हालांकि यह छोटी सी बचत है लेकिन साल के अंत में एक बड़ी रकम बन जाएगी.

5. 'घर पर पार्टी, बाहर से सस्ती' (The DIY Entertainment)

हर दोस्तों से साथ बाहर जाकर पार्टी करने में हजारों रुपए फूंकने की जगह,दोस्तों को घर पर ही बुलाएं. घर पर पार्टी की चीजें बनाकर एन्जॉय करना रेस्टोरेंट से बेहतर और बहुत सस्ता होता है.ऐसा करने से दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम भी बिता पाएंगे और पैसे भी बचाएंगे.(नोट: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए, निवेश के लिए वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव लें)