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आधा भारत नहीं जानता है SIP का 555 फॉर्मूला, जान लेने पर हर आदमी करेगा 5 करोड़ का FIRE
SIP: FIRE सबसे अधिक बचत और निवेश करने का प्रभावी तरीका है. वित्तीय आजादी एवं समयपूर्व सेवानिवृत्ति को संक्षेप में फायर कहते हैं. आसान शब्दों में जानें, तो वित्तीय भाषा वाले फायर को हिंदी में कंजूसी कहते हैं. वित्तीय आजादी एवं समयपूर्व सेवानिवृत्ति के लिए किसी भी व्यक्ति को 25 से 40 साल की उम्र तक कंजूसी करके खुद और अपने परिवार के खर्चों को कम करके अपनी सालाना आमदनी में से 50 से 70 फीसदी तक बचत करना होगा, जो हर व्यक्ति के लिए संभव नहीं है.
SIP: आज के जमाने में जिंदगी गुजारने के लिए पैसा सबसे अधिक महत्व रखता है. बिना पैसे के जिंदगी बसर होना कठिन है. खासकर रिटायरमेंट के बाद का लाइफ तो और भी अधिक कठिन हो जाता है. ठीक तरीके से रिटायरमेंट के बाद का जीवन बिताने के लिए लोग अपनी गाढ़ी कमाई से बचत करके कहीं न कहीं निवेश करते हैं, लेकिन लॉन्ग टर्म निवेश हमेशा फायदेमंद होता है. अगर आप लॉन्ग टर्म वाली किसी स्कीम में निवेश करेंगे, तो सुव्यवस्थित निवेश प्लान (SIP) करने का सबसे बेहतर विकल्प म्यूचुल फंड है. वहीं, अगर रिटायमेंट लाइफ के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं, तो आपको एसआईपी का 555 फॉर्मूला जान जाएंगे, तो आपके पास 5 करोड़ रुपये से अधिक का फंड होगा और आप समय से पहले रिटायरमेंट ले सकते हैं. विशेषज्ञ इसे फाइनेंशियल इंडिपिंडेंट एंड अर्ली रिटायरमेंट (FIRE) कहते हैं. यानी रिटायरमेंट की उम्र से पहले आपके पास 5 करोड़ से अधिक की धनराशि की आजादी होगी. आइए, जानते हैं कि एसआईपी के 555 फॉर्मूले से आप वित्तीय आजादी के साथ समय से पहले रिटायरमेंट कैसे ले सकते हैं?
म्यूचुअल फंड क्या है?
म्यूचुअल फंड एसआईपी के जरिए निवेश करने का एक शक्तिशाली तरीका है. इसके माध्यम से रिटायमेंट की उम्र के करीब पहुंचने से पहले आपके पास एक बड़ा फंड जेनरेट हो जाता है. म्यूचुअल फंड से निवेशकों को मिलने वाला चक्रवृद्धि ब्याज लॉन्ग टर्म के निवेश पर बंपर रिटर्न देता है. ऐसा इसलिए संभव है, क्योंकि आप एसआईपी के जरिए किसी भी म्यूचुअल फंड में हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करते हैं. जैसे-जैसे आपके निवेश की रकम बढ़ती जाती है. तब आपको न केवल बाजार से बेहतर रिटर्न मिलता है, बल्कि बीते सालों में आपकी री-इन्वेस्टेड आमदनी पर भी रिटर्न मिलता है. यही क्यूमलेटिव इफेक्ट कंपाउंडिंग के माध्यम से पैसा जमा करने की असली ताकत है, जो केवल म्यूचुअल फंड्स में मिलता है.
म्यूचुअल फंड एसआईपी के जरिए निवेश करने का एक शक्तिशाली तरीका है. इसके माध्यम से रिटायमेंट की उम्र के करीब पहुंचने से पहले आपके पास एक बड़ा फंड जेनरेट हो जाता है. म्यूचुअल फंड से निवेशकों को मिलने वाला चक्रवृद्धि ब्याज लॉन्ग टर्म के निवेश पर बंपर रिटर्न देता है. ऐसा इसलिए संभव है, क्योंकि आप एसआईपी के जरिए किसी भी म्यूचुअल फंड में हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करते हैं. जैसे-जैसे आपके निवेश की रकम बढ़ती जाती है. तब आपको न केवल बाजार से बेहतर रिटर्न मिलता है, बल्कि बीते सालों में आपकी री-इन्वेस्टेड आमदनी पर भी रिटर्न मिलता है. यही क्यूमलेटिव इफेक्ट कंपाउंडिंग के माध्यम से पैसा जमा करने की असली ताकत है, जो केवल म्यूचुअल फंड्स में मिलता है.
एसआईपी का 555 फॉर्मूला क्या है?
एसआईपी के 555 फॉर्मूले में तीन पांच दिए गए हैं. इन तीनों पांच का अपना अलग-अलग महत्व है और इसी आधार पर म्यूचुअल फंड के जरिए रिटायरमेंट की उम्र तक एक बड़ा फंड बनता है. एसआईपी के 555 फॉर्मूल के पहले 5 का अर्थ रिटायमेंट की तारीख से पांच साल पहले ही सेवानिवृत्ति ले लेना. दूसरे 5 का अर्थ यह है कि अगर आपको रिटायरमेंट की तारीख से पहले सेवानिवृत्त हो जाना है, तो आपको अपनी एसआईपी में हर साल करीब 5 फीसदी की बढ़ोतरी करनी होगी. वहीं, तीसरे 5 का मतलब है कि जिस प्रकार आप प्रत्येक 5 साल पर एसआईपी निवेश में हर साल 5 फीसदी की बढ़ोतरी कर रहे हैं, उसे 55 साल की उम्र तक बरकरार रखना है. अगर आप यह सिलसिला 55 साल की उम्र तक बनाए रखते हैं, तो रिटायरमेंट की तारीख से 5 साल पहले आपके पास कम से कम 5 करोड़ रुपये का बड़ा-सा फंड होगा.
एसआईपी के 555 फॉर्मूले में तीन पांच दिए गए हैं. इन तीनों पांच का अपना अलग-अलग महत्व है और इसी आधार पर म्यूचुअल फंड के जरिए रिटायरमेंट की उम्र तक एक बड़ा फंड बनता है. एसआईपी के 555 फॉर्मूल के पहले 5 का अर्थ रिटायमेंट की तारीख से पांच साल पहले ही सेवानिवृत्ति ले लेना. दूसरे 5 का अर्थ यह है कि अगर आपको रिटायरमेंट की तारीख से पहले सेवानिवृत्त हो जाना है, तो आपको अपनी एसआईपी में हर साल करीब 5 फीसदी की बढ़ोतरी करनी होगी. वहीं, तीसरे 5 का मतलब है कि जिस प्रकार आप प्रत्येक 5 साल पर एसआईपी निवेश में हर साल 5 फीसदी की बढ़ोतरी कर रहे हैं, उसे 55 साल की उम्र तक बरकरार रखना है. अगर आप यह सिलसिला 55 साल की उम्र तक बनाए रखते हैं, तो रिटायरमेंट की तारीख से 5 साल पहले आपके पास कम से कम 5 करोड़ रुपये का बड़ा-सा फंड होगा.
एसआईपी के 555 फॉर्मूले से 5 करोड़ रुपये कैसे जमा होंगे?
एसआईपी के 555 फॉर्मूले को आसान शब्दों में ऐसे समझा जा सकता है कि अगर आप नौकरी-पेशा हैं और 25 साल की उम्र से आपने एसआईपी के जरिए किसी म्यूचुअल फंड में हर महीने 10 हजार रुपये जमा करते हैं, तो सालाना आपको कम से कम 12 फीसदी रिटर्न मिलेगा. इसके बाद आप अपने निवेश में हर साल 5 फीसदी की बढ़ोतरी करते हैं, तो अगले 30 साल या 55 साल की उम्र तक आपके पास 5 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि इकट्ठा हो जाएगी. उदाहरण के तौर पर आप देखिए, अगर आप 25 साल की उम्र से 12 फीसदी सालाना रिटर्न देने वाले किसी म्यूचुअल फंड में 10 हजार रुपये महीना जमा करते हैं और हर साल आप अपने निवेश की रकम में 5 फीसदी बढ़ोतरी करते हैं, तो पूरे 30 साल में आपके द्वारा निवेश की गई रकम 79,72,662 रुपये होगी. इस पर आपको सालाना 12 फीसदी ब्याज के हिसाब से अनुमानित रिटर्न 4,47,61,398 रुपये होगा. अब निवेश की गई रकम और 30 साल में मिले रिटर्न को जोड़ देंगे, तो 55 साल की उम्र तक आपके पास 5,27,34,060 रुपये का एक बड़ा फंड हो जाएगा.